नैतिकता में पतन

समाज में संकट का एक कारण मनुष्य की नैतिकता में पतन भी है। जब मनुष्य के नैतिक गुणो का हनन हो जाता है तो उसके अंदर अहसास खत्म हो जाता है और वह अपने फायदे के लिए समाज को संकट में डालने में विल्कुल हिचकिचाहट नहीं करता।