विश्वास।

किसी भी चीज पर विश्वास मत करो 
सिर्फ इसलिए क्योंकि वह तुम्हें बताई गई है 
या इसलिए क्योंकि वह पारंपरिक है 
या इसलिए क्योंकि तुमनें उसकी कल्पना की है 
अपनें अध्यापक की बात पर विश्वाश मत करो 
सिर्फ उसका सम्मान करने के लिए 
परन्तु सम्यक निरीक्षण और विश्लेषण के पश्चात 
सभी के हित लाभ 
और कल्याण के लिए 
तुम्हें जो अच्छा लगे 
उस मत पर विश्वास करो, उस पर बने रहो 
और उसे ही अपना मार्गदर्शक मानो
गौतम बुद्ध